मातृहन्ता: मनगढ़ंत अन्वेषण के दुष्परिणाम का एक सटीक उदहारण
ग्रामीण क्षेत्रों में किम्वदंतियों का बोलबाला होता है. लेकिन जब कोई ऐसा व्यक्ति कोई किम्वदंती सुनाये जिनकी विश्वसनीयता संदेह से परे हो तब लोग उस किम्वदंती की कहानी को सच मानने लगते हैं. ऐसी ही एक किम्वदंती के अनुसार--- एक गाँव में चार भाइयों का एक संयुक्त किसान परिवार रहता था. उनके पास कुल आठ बिगहा जमीन थी. उस परिवार में खुशहाली भी थी. अचानक एक भाई बीमार पड़ा. पहले इलाज की व्यवस्था भी अच्छी नहीं थी. अन्य भाइयों ने भी शहर में ले जाकर उसकी इलाज कराने में रूचि नहीं ली. बीमारी बढ़ती गयी और एक दिन उसकी की मृत्यु हो गयी. मृत भाई का एक दो साल का लड़का भी था. उस अबोध बच्चे की माँ की सुन्दरता भी उसके लिये मुसीबत बन गयी क्योंकि उसके पति का उससे बड़ा भाई उसपर अश्लील नज़र तो रखता ही था पर एक दिन उसने अश्लील हरकत भी कर दिया। वह औरत इससे तंग आकर अपने अबोध पुत्र को लेकर अपने नैहर चली गयी. उस अबोध बालक का लालन-पालन उसके मामा घर ही हुआ. तब तक वह अपने ममहर में ही वर्ग सात तक की शिक्षा ग्रहण कर ली थी. इसके आगे पढ़ने हेतु गाँव से पॉँच कोस दूर जाना पड़ता जो उसके आर्थिक वश नहीं था. जब वह बालक किशोर हो चला तो वह