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Showing posts from March, 2022

यूपी का एक चुनावी विश्लेषण

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 अभी चुनावी विश्लेषणों और एग्जिट पोल का समय चल रहा है। यहाँ प्रस्तुत है कुछ लोगों के लोगों से प्राप्त सुनी-सुनायी बातों और स्विंग विधि पर आधारित एक चुनावी विश्लेषण।  1. पिछला चुनाव अर्थात वर्ष 2017 में समाजवादी पार्टी के अत्यधिक प्रभाव वाले बूथों पर कुछ बोगस मतदान हुए थे। ऐसा इसलिये कि प्रायः तैनात सभी पार्टियों के एजेंट आपस में मिल गये थे। पोलिंग पार्टी और पुलिस पार्टी के लोग भी प्रभावित होकर परोक्ष रूप से बोगस मतदान पर अपनी आंखें बंद कर लिये थे। इस बार ऐसा नहीं हुआ है। इससे समाजवादी पार्टी को पिछली बार की तुलना में लगभग दो प्रतिशत मतदान में कमी आने का अनुमान है। 2. इस बार बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस पार्टी के पक्ष में कम मतदान हुआ है। ऐसे में इन दोनों पार्टियों के मुस्लिम मतदाता समाजवादी पार्टी को और हिन्दू मतदाता भाजपा के तरफ मतदान करने की बात कही जा रही है। इस बिखराव से भाजपा को दो प्रतिशत लाभ हो सकता है। 3. वर्ष 1967 से ही राजपूत मतदाता दो-तीन पार्टियों में बंटे रहे हैं। पहली बार 80% से ऊपर राजपूत मतदाता भाजपा के पक्ष में मतदान कर रहे हैं। इस कारण पूर्व की तुलना में भाज...

यूक्रेन-1

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 बीते मध्यरात के बाद ही मेरी नींद खुल गयी। बहुत दिनों के पश्चात रात में सोशल मीडिया देखने लगा। मेरी दृष्टि एक फोटो पर पड़ी। उस फोटो में यूक्रेन युद्ध में मारे गये एक सैनिक के अपनी माँ के साथ किये गये अंतिम समय के चैट का उल्लेख था। चैट बहुत ही मर्मस्पर्शी था। पहले मुझे यह एक प्रोपगैंडा लगा लेकिन उसमें एक वेब पता अंकित था।  मैंने उस वेब पता को खोला तो वह UNGA में गत रात की बैठक का वीडियो था। मैंने उस वीडियो को आगे-पीछे करके यूक्रेन के प्रतिनिधि का भाषण देखा। उसी वीडियो में उस मृत सैनिक के स्मार्टफोन से लिये गये एक उक्त चैट का उल्लेख है। आप भी उसे media.un.org पर जाकर उसके 45वें मिनट से देख सकते हैं। मुझे लगता है यूक्रेन युद्ध किसी सनक की उपज है। इस युद्ध में न्यूक्लियर बम से लाखों यूक्रेनी के मारे जाने के पश्चात भी यूक्रेन की हार की सम्भावना बहुत कम है। यह इसलिये कि जेलेन्सकी ने अपने राष्ट्र के चार करोड़ चालीस लाख लोगों में से लगभग दो करोड़ लोगों को अपने बच्चों के भविष्य के लिये लड़ते हुए मरने के लिये राजी कर लिया है। उनलोगों से लड़कर कोई जीत की उम्मीद क्या कर सकता है जो मरतेदम तक मर...