हमास इजरायल युद्ध बम, गोला, बंदूक के आगे

 कुछ विचित्र जानकारी

1. सन 1948 में यूएनओ ने पुराने इजरायल के नाम पर पुनः भूमध्य सागर के पूर्वी तट और फिलिस्तीन के निकट एक इजरायल नाम के देश की स्थापना की।

फिलिस्तीनियों ने इसे स्वीकार नहीं किया और झगड़ा प्रारम्भ हो गया। लेकिन अमेरिका के सहयोग से इजरायल फलता फूलता रहा।

2. सन 1948 की तुलना में फिलिस्तीनियों ने अपनी जनसंख्या दस गुनी बढ़ा ली। लेकिन यहूदियों के समूल नाश के सिद्धांत पर बढ़ते हुए सिर्फ इस्लाम की कट्टरता बढ़ाते रहे।

3. इसके विपरीत इसराइली लोकतांत्रिक विधि से अपनी बुद्धि और परिश्रम तथा व्यापारिक कौशल से जल प्रबंधन और आधुनिक कृषि को बढ़ाते रहे।

4. स्थिति यह है कि पूरी फिलिस्तीन आबादी इसराइली कम्पनियों के पानी और कृषि उपज पर आश्रित हो गए। 

5. स्थिति यह हो गई है कि गाजा पट्टी के बीस लाख और वेस्ट बैंक के तीस लाख फिलिस्तीनी को यदि पूर्ण रूप से पानी रोक दे तो विश्व भर के मुसलमान और सेकुलर चाहे जितना पैसा दे दें उन्हे पानी उपलब्ध नहीं करा सकते।

6. इसराइली सेना ने गाजा स्थित "नेशनल इस्लामिक बैंक ऑफ गाजा" को पूर्ण रूप से ध्वस्त कर दिया है। अर्थात गाजा वासी बैंकिंग सेवा से वंचित हो गए हैं।

7. इजरायल ने गाजा में पानी, बिजली, घरेलु गैस, डीजल, पेट्रोल की आपूर्ति भी बंद कर दी है।

ऐसे में इजरायलियों को भी पानी, कृषि व्यवसाय आदि से होने वाली अरबों डॉलर की आमदनी से हाथ धोना पड़ेगा। देखें ऐसे में हमास कितने दिनों तक टिक पाता है। मेरी समझ से इजरायल तो अगले पंद्रह दिनों तक अपनी आर्थिक क्षति तो सह लेगा लेकिन उसके बाद इस संघर्ष में उक्त बंदी को नहीं सह पायेगा।



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