स्मार्टफोन से सैटेलाइट संचार का स्वागत है।

सोशल मीडिया से पता चलता है कि अगला वर्ष 2025 और 2026 सैटेलाइट फोन का वर्ष होने जा रहा है। इस सेवा को D2C या D2D(अर्थात Direct to Cell या Direct to Device) नाम दिया गया है। इस सम्बंध में कुछ जानकारी: - 1. ViaSat और BSNL मिलकर इस सेवा का सफल परीक्षण भी कर चुका है। ViaSat के पास अभी 20 सेटेलाइट अंतरिक्ष में कार्यरत है और अगले वर्ष कुछ सेटेलाइट छोड़ने वाला है। 2. AST Spacemobile और वोडाफोन आदि मिलकर यह सेवा देने वाला है। अभी इस कंपनी के पास 5 ब्ल्यूबर्ड नाम का सैटेलाइट अंतरिक्ष में है और अगले वर्ष 60 सैटेलाइट छोड़ने वाला है। 3. Eutalsat group(पहले का OneWeb) एयरटेल के साथ मिलकर अगले वर्ष से सेवा देने वाला है। 4. Luxamberg की एक सेटेलाइट सेवा कम्पनी हमारे देश की Jio से मिलकर यह सेवा देने वाला है। 5. Starlink अपने अंतरिक्ष में उपलब्ध सात हजार में से 370 से ऊपर के D2C सुविधायुक्त उपग्रहों के माध्यम से अमेरिका, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, पेरू, चिली जापान और यूक्रेन में वहां की स्थानीय टेलीकॉम कंपनियों से मिलकर इस सेवा का परीक्षण कर रहा है। स्टारलिंक के पास कुल सात हजार सेटेलाइट अंतरिक्ष म...