ऋणमुक्त अफ्रीकी देश माली

चौदहवीं शताब्दी में अफ्रीकी देश माली के मनसा मूसा नाम के व्यक्ति उस समय विश्व सबसे धनी व्यक्ति थे। उनके पास माली के सभी सोना खदान का स्वामित्व था।

The Head of Burkina Faso (L), Mali(M) and Niger(R)


उपनिवेशीकरण के समर्थक लोग माली की गिनती अति निर्धन के रूप में करते रहते थे। माली जब फ्रांस से स्वतंत्र हुआ तब से वह कर्ज में डूबा ही रहता था।

चार वर्ष पूर्व सेना का एक कैप्टन तख्ता पलट कर सत्ता अपने हाथ में लिया। कुछ समय बाद उसके पड़ोसी बुर्किना फासो और नाइजर में भी सेना के कैप्टन ने सैन्य तख्ता पलट कर सत्ता संभाली। तीनों देशों पर स्वाभाविक रूप से पश्चिमी आर्थिक प्रतिबंध लगे। फिर भी तीनों देशों ने मिलकर एक AES(Alliance of the States of Sahel) नाम का संगठन बनाकर आपसी सहयोग से अपने अपने देशों में कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत सुधार किया। जन प्रतिनिधि और सरकारी अधिकारियों के वेतन में लगभग 20% की कटौती की तथा सभी बहुमूल्य धातुओं के खदानों का राष्ट्रीयकरण किया।

इन सब उपायों का परिणाम यह हुआ कि माली गत सप्ताह संसार का ऋणमुक्त देश बन गया। बुर्किना फासो और नाइजर भी उसी रास्ते पर अग्रसर है।

https://x.com/Joe__Bassey/status/1855534466392899802?t=fzBUWXFj5bmPY2F2LArOJg&s=19

ऋणमुक्त हो जाने और प्रगति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ने हेतु माली की जनता को बधाई🌹

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