अल साल्वाडोर का नया जेल उद्योग

 अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायिब बुकेले ने एक विचित्र विचार प्रस्तुत किया है। वे अपने देश में जेल को एक सेवा उद्योग के रूप में विकसित कर रहे हैं। वे अपने देश में एक जंगल की पहाड़ी पर बड़ा आदर्श जेल बनवा रहे हैं। उस जेल की क्षमता 40,000 कैदियों की होगी। उस जेल के एक भाग में अपने देश के कैदियों को दोष सिद्ध बंदियों को रखा जा रहा है। उस जेल के प्रभारी अधिकारी का दावा है कि उस जेल में बंदियों के स्वास्थ्य और उनके मानवाधिकारों पर भरपूर ध्यान दिया जाता है।


अल साल्वाडोर ने बंदियों के रख-रखाव और देखभाल पर बहुत अध्ययन किया है। उस जेल के अधिकारी का कहना है कि उनका जेल प्रशासन खूंखार से खूंखार कैदियों जेल प्रबंधन में सक्षम है। साथ ही योग और शिक्षा के माध्यम से बंदियों को अच्छा और स्वस्थ नागरिक बनाने का प्रयास भी किया जायेगा। जेल प्रशासन ने CNN तथा अन्य मीडिया कंपनियों को उस जेल के भ्रमण कर फिल्म बनाने हेतु निमंत्रण दिया था। CNN ने उस जेल पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई है।

अब अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति ने अमरीकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो को प्रस्ताव किया है कि न्यायालय से दोषसिद्ध बंदियों को उनके देश भेज दिया जाये। वे बंदियों की देखभाल हेतु एक निश्चित शुल्क के रूप में दस हजार डॉलर प्रति कैदी प्रति वर्ष की मांग कर रहे हैं। अल साल्वाडोर में जेल में बंदियों प्रबंधन प्रति बंदी खर्च प्रति वर्ष 2,000 डॉलर से कुछ कम ही है। अमेरिकी बंदियों पर खर्च होने वाली राशि 46,000 डॉलर प्रति बंदी प्रति वर्ष के लगभग होता है। अल साल्वाडोर की योजना कुल पांच लाख बंदियों की क्षमता वाले कई जेल के निर्माण करने की है। 

यदि अमेरिका उस प्रस्ताव को मान लेता है तो अल साल्वाडोर के उस उद्योग को पर्याप्त लाभ होगा। यह उद्योग 5,00,000*8,000 = 4,000,000,000 अमरीकी का हो सकता है। इससे वहां रोजगार के भी भरपूर अवसर उपलब्ध होंगे। जब यह उद्योग सफल होगा तो बहुत से अन्य सहायक उद्योग भी लगेंगे। इससे दोनों देशों के जीडीपी में वृद्धि होगी।

अल साल्वाडोर के इस इस प्रस्ताव को मान लेने से अमेरिका को भी निम्नलिखित लाभ हो सकते हैं:-

1. पांच लाख सजायाफ्ता बंदियों की देखभाल हेतु अल साल्वाडोर को सौंप देने से प्रति कैदी 36000 डॉलर प्रति वर्ष की गणना करने पर 500000*36000 = 18,000,000,000 डॉलर अर्थात अठारह अरब डॉलर प्रति वर्ष का लाभ अमेरिका को हो सकता है।

2. यह एक मानवीय गुण है कि सभी व्यक्ति अपने ही समाज में रहना चाहता है अतः उन बंदियों के व्यवहार में सकारत्मक परिवर्तन हो सकता है।

3. इन बंदियों के बारे में जानकारी प्राप्त होने से अमेरिका के अन्य सम्भावित अपराधियों में आंतरिक संघर्ष और मंथन होगा। इससे उन्हें अपराध करने से स्वयं ही विमुख हो सकते हैं। इससे अमेरिका में आपराधिक घटनाओं में कमी आ सकती है।

उसके बाद अल साल्वाडोर विश्व भर के उन देशों से उनके दोष सिद्ध बंदियों की मांग करेगा जिनके देश में बंदियों के रख रखाव पर का खर्च उनके यहां से अधिक खर्च आता है। है न अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायिब बुकेले का विचित्र विचार? अनोखा विचार अनोखा प्रयास!

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