टेस्ला का भारत मे पदार्पण

 पिछले वर्ष के अंत में प्रसिद्ध अमरीकी कम्पनी टेस्ला ने "Tesla Motors(India) and Energy Pvt Ltd" नाम से एक कम्पनी हमारे देश में निबंधित करायी है। अभी इस कंपनी में तकनीकि की राजधानी माने जाने वाले शहर बेंगलुरू में अपना मुख्यालय रखा है। विश्वभर में यह कम्पनी बैटरी चालित मोटर वाहन बनाने में अभी शीर्ष पर है। टेस्ला अपनी विस्तार नीति के अंतर्गत भारत सहित अन्य देशों में भी पदार्पण की योजना बना रही है। अभी यह कम्पनी बैटरी चलित गाड़ियों के अलावे बैटरी, सोलर पैनल, सोलर टाइल्स और अपनी गाड़ियों के लिये विद्युत मोटर भी बनाती है। 

सितम्बर 2015 में प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी टेस्ला के फ्रेमोंट कारखाना का भ्रमण करते हुए सीईओ एलन मस्क के साथ।

टेस्ला के सीईओ अर्थात मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलन मस्क अपने द्वारा स्थापित अन्य कम्पनी SpaceX और The Boring Company तथा Starlink आदि के भो सीईओ हैं। निश्चित रूप से वे इन कम्पनियों को भो भारत में लाना चाहेंगे। उन्होंने स्टारलिंक हेतु 42000 लघु सैटेलाइट अंतरिक्ष के निचले कक्षा में स्थापित करने की घोषणा कर रखी है। हो सकता है कि कुछ हजार अपने सैटेलाइटों के प्रक्षेपण हमारे देश के प्रतिष्ठित ISRO से कराना चाहें। भारत में सोलर पावर और बैटरी की मांग बैटरी चालित गाड़ियों से बहुत अधिक है। हो सकता है कि वे सोलर पैनल और बैटरी के विनिर्माण भारत में करना चाहते हों। अभी इनकी घोषणा होना शेष है।

भारत में टेस्ला जैसी महंगी कारों का बाजार चालीस-पचास हजार प्रति वर्ष से अधिक का नहीं है। ऐसे में अगर टेस्ला अपनी अबतक के सस्ते मॉडल-3 का विनिर्माण यहाँ करता भी है तो पाँच हजार प्रति वर्ष से अधिक बिकने की सम्भावना कम ही है। जहाँ तक भारत में बनी उसकी कारों के निर्यात की बात है तो चीन विनिर्मित अपनी ही गाड़ियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा करना पड़ सकता है। फिर भी हमारे देश में उसके 2023 में आने वाली $25k वाली कार के अच्छे बाजार की संभावना है। इस कार के टैक्सी के रूप में उपयोग की भी यहाँ अच्छी संभावना है। 

टेस्ला कोई evolutionany कम्पनी नहीं है बल्कि यह एक Revolutionary कम्पनी है। अर्थात टेस्ला को भारत में पनपने के लिये यहाँ स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और कुछ सरकारी प्रोत्साहन की आवश्यकता होगी। यह सर्वविदित है कि हमारे यहाँ पेट्रोलियम लॉबी बहुत मजबूत है। यह लॉबी परोक्ष रूप से टेस्ला की नकारात्मक छवि बना सकती है। हमारी सरकार को इसका भी ध्यान रखना चाहिये। टेस्ला की तरह ही कुछ दशक पहले ही अमेरिका की एक बड़ी कम्पनी General Motors ने भारत आकर तालेगांव में एक कारखाना स्थापित किया था। वह कम्पनी पता नहीं किन कारणों से सफल नहीं हो पायी। हमसब उम्मीद करते हैं कि टेस्ला भारत में सफल होगी।


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