यूक्रेन युद्ध रोका जाना चाहिये

 आज यूक्रेन युद्ध अपने 300वां दिन में प्रवेश कर गया है। ट्विटर समाचारों के अनुसार अब तक यूक्रेन के एक लाख से अधिक काल कलवित हो चुके हैं। रूस को भी धन जन हानि हुई ही होगी।लगभग एक करोड़ यूक्रेनी अपने देश से पलायित कर गए हैं। यूक्रेन के आधारभूत संरचनाओं और मकानों की व्यापक क्षति हुई है। इतनी क्षति के पश्चात भी इस युद्ध के रुकने के लक्षण नहीं दिख रहे हैं।

इस युद्ध का ऊर्जा के क्षेत्र में विश्वव्यापी नकारात्मक प्रभाव पढ़ रहा है। महंगी ऊर्जा विश्वव्यापी महंगाई भी बढ़ा रही है। थोड़ा-बहुत महंगाई का असर हमारे देश पर भी पड़ रहा है। लगभग पूरा यूरोप और यूक्रेन बर्फीली सर्दी झेल रहा है।

इस विनाशकारी युद्ध को रोकने के कोई सार्थक प्रयास होते भी नहीं दिख रहा है। हमारे देश के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि यह युग युद्ध का नहीं है। इस कथन को विश्व के कई बड़े नेताओं ने कई बार इसे उद्धृत किया है। 

अब तो यूक्रेन युद्ध के विस्तार का भी खतरा है। न्यूक्लियर युद्ध की धमकी भी दी जा रही है। युद्ध का विस्तार किसी के पक्ष को लाभ नहीं पहंचावेगा। जब यह सर्वमान्य रूप से निश्चित है कि न्यूक्लियर बमों का उपयोग कर युद्ध नहीं जीता जा सकता है तब पता नहीं क्यों इसकी धमकी दी जा रही है।

इस युद्ध में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप में अंतरलिप्त अपने अपने हठधर्मिता छोड़ें और इस युद्ध को रुकवाने के सार्थक प्रयत्न करें। अभी मानवता की यही पुकार है। ईश्वर उक्त सभी को सद्बुद्धि दें।




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