अग्निवीर रोजगार उपल्ब्ध भी करा सकते हैं

 दिनांक 21.06.2022 की हमारी परिचर्चा में पूर्व निर्धारित विषय अग्निवीरों के सम्मानजनक पुनर्नियोजन पर चर्चा हुई। इस विषय पर आज देशभर में आशंका व्यक्त की जा रही है। कुछ लोगों का कहना है कि अग्निवीरों की पदावनती हो जायेगी जबकि कुछ लोगों का कहना है कि बहुत से अग्निवीर बेरोजगार हो जायेंगे।

पदावनती अर्थात उन्हे कम महत्व और कम वेतन/भत्ता पर नौकरी मिलेगी या उन्हे कोई रोजगार मिलेगा ही नहीं। चूंकि ये दोनों प्रश्न या आशंकाएं विशुद्ध काल्पनिक हैं अतः इनके उत्तर या समाधान भी विशुद्ध रूप से काल्पनिक ही होंगे। 

अब माना जाता है कि अग्निवीरों को 120 कार्य दिवस का बेसिक प्रशिक्षण के पश्चात उन्हें 

1. टीम में कार्य करना

2. संविधान के अनुच्छेद 51A में बताए गये नागरिकों के मूल कर्तव्य।

3. Trust and Responsibilities

4. How to establish a Company

आदि का भी प्रशिक्षण दिया जायेगा।

जब वे इसी तरह के अन्य विधाओं की जानकारी साथ वे समाज में लौटेंगे तब माना जाता है कि वे हम उम्र सामान्य युवकों से अधिक दक्ष होंगे।

मान लिया कि बीस पच्चीस अग्निवीर और साथ में हाल ही में सेवा निवृत्त सेना अधिकारी साथ मिलकर कोई कम्पनी बनाते हैं तो उनके पास न्यूनतम एक करोड़ रुपए का Paid up capital होगा। FPO की तरह सरकार उन्हे इतना और धन ऋण के रूप में तथा अगले तीन वर्षों तक सीईओ/अंकेक्षण आदि सुविधा उपलब्ध करा देगी। 

ऐसे में अधिक संभावना है कि अग्निवीरों की कम्पनी सफल होकर बहुत से अन्य लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराएगी। आतंकवाद के बढ़ते खतरे को देखते हुए हमारे समाज में मध्यम आकार के संवेदनशील प्रतिष्ठानों की सुरक्षा और Mentainance हेतु अग्निवीरों की बहुत आवश्यकता है।

अर्थात अग्निवीर के पर नियोजन हेतु निर्भर होने के बजाय वे दूसरों को रोजगार दे सकते हैं। अग्निवीरों के रोजगार पर बहुत अधिक आशंका व्यक्त करना उचित नहीं लगता है। अग्निवीरों की क्षमता और दक्षता पर हमसब को भरोसा रखना चाहिए।

Vital Installations Grade 2

1. देवघर हवाई अड्डा

2. बोकारो हवाई अड्डा

3. गया हवाई अड्डा

4. दरभंगा हवाई अड्डा सहित कई दर्जन मध्यम हवाई अड्डा 

5. लगभग सौ मध्यम आकार के रेलवे स्टेशन आदि




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